[Essay] निबंध -वनों से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लाभ

 

मानव जीवन में  वनों से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लाभ -निबंध 


मानव जीवन में  वनों से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लाभ


मानव जीवन में वनों का बहुत अधिक महत्व है-मानव जीवन में  नों से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लाभ निम्न है -


वनों से प्रत्यक्ष लाभ-

वनों से लकड़ी की प्राप्ति होती हैं ,वनों से प्राप्त लकड़ी एक महत्वपूर्ण ईधन है, वृक्षों से सागौन, साल, शीशम ,चीड़ ,देवदार ,आबनूस ,चंदन आदि लकड़ी मिलती हैं, लकड़ी से फर्नीचर बनाया जाता है।

वनों से सहायक उपजो की प्राप्ति होती है ,वनों से सहायक उपजो के रूप में लाख, चमड़ा, गोंद, शहद ,कत्था ,मोम, छाले, बांस जड़ी बूटियां व जानवरों के लिए सिंग आदि मिलते हैं।


वनों से जानवरों के लिए चारागाह प्राप्त होता है ,वन क्षेत्र उत्तम चारागाह स्थल है वनों से जानवरों के लिए घास व पत्तीया मिलती हैं।


वनों से रोजगार की प्राप्ति होती हैं, वनों पर  7.8 करोड़ व्यक्तियों की आजीविका आश्रित हैं ,वनों से जो कच्चे पदार्थ मिलते हैं उनसे बहुत से उद्योग चल रहे हैं और करोड़ों व्यक्ति को रोजगार मिलता है।


वनों से विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होती है, वनों से प्राप्त लाख ,तारपीन का तेल, चंदन का तेल ,लकड़ी से बनी कलात्मक वस्तुओं का निर्यात करने से विदेशी मुद्रा मिलती है।


वन लघु उद्योगों में सहायक होते हैं ,वनों से प्राप्त वस्तुओं जैसे तेंदूपत्ता, शहद ,मोम आदि से लघु उद्योगों का विकास हुआ है।


वनों से सरकार को राजस्व भी मिलता है सरकार को वनों से राजस्व व रॉयल्टी के रूप में करोड़ों रुपए की प्राप्ति होती है।


वनों से अप्रत्यक्ष लाभ-


वन मिट्टी के कटाव को रोकते हैं, वनों के कारण मिट्टी की ऊपरी सतह नहीं हो पाती है, इससे मिट्टी के पोषक तत्वों में कमी नहीं होती हैं एवं मिट्टी उपजाऊ बनी रहती है।


वन बाढ़ नियंत्रण में सहायक होते हैं ,वह पानी के वेग को कम कर देते हैं बाढ़ के पानी को सोख लेते हैं, बाढ़ का पानी वन क्षेत्रों में फेल कर नदियों में जाता है इससे बाढ़ नियंत्रण होता है।


रेगिस्तान के प्रसार पर रोक-

 सरदार पटेल ने कहा था कि- यदि रेगिस्तान के बढ़ते हुए प्रसार को रोकना है और मानव सभ्यता की रक्षा करनी है तो वन संपदा के क्षय को अवश्य रोकना होगा" वृक्षारोपण से रेगिस्तान का प्रसार" रुकता है।


 वन वर्षा में सहायक होते हैं वनों को वर्षा का संचालक कहा जाता है वन बादलों को अपनी और आकर्षित करते हैं।


जल स्तर में वृद्धि-वन देश के कुँओ ,तालाबों ,नदियों ,झरनों आदि में पानी का स्तर बढ़ा देते हैं जिससे इसमें पानी बना रहता है।


भूमि की उर्वरा शक्ति में वृद्धि-पेड़ पौधों की पत्तियां वन क्षेत्रों में गिरती है और सड गल कर भूमि की उर्वरा शक्ति में वृद्धि करती है।


 वन क्षेत्रों के नहीं होने पर ऑक्सीजन की मात्रा पर प्रभाव पड़ता है वन ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने में सहायक होते हैं यदि वृक्षों के कटाव की वर्तमान स्थिति बनी रही तो वातावरण में ऑक्सीजन की कमी हो जाएगी।


 प्राकृतिक सौंदर्य-वनों से देश के प्राकृतिक सौंदर्य में वृद्धि होती हैं वन देशी व विदेशी सैलानियों को आकर्षित करते हैं।



Previous
Next Post »